Friday 5 September 2014

CBSE CLASS 10 HINDI GRAMMAR PAD PARICHAY (हिन्दी व्याकरण पद परिचय)

  पद परिचय

* मेरा नाम क्षितिज है।
* मैं रायगंज में रहता हूँ।
* मैं शारदा विद्या मंदिर में पढ़ता  हूँ।
* मुझे खेलना बहुत पसंद अच्छा लगता    है।
इस प्रकार अपने बारे में बताने को परिचय देना कहते हैं। जैसे हम अपना परिचय देते हैं, ठीक उसी प्रकार एक वाक्य में जितने शब्द होते हैं, उनका भी परिचय हुआ करता है।वाक्य में जो शब्द होते हैं,उन्हें ‘पद’ कहते हैं।उन पदों का परिचय देना ‘पद परिचय’ कहलाता है।
       पद परिचय में किसी पद का पूर्ण व्याकरणिक परिचय दिया जाता है। व्याकरणिक परिचय से तात्पर्य है-- वाक्य में उस पद की स्थिति बताना , उसका लिंग , वचन , कारक तथा अन्य पदों के साथ संबंध बताना।

पद पाँच प्रकार के होते हैं- संज्ञा , सर्वनाम , विशेषण , क्रिया तथा अव्यय । इन सभी पदों का परिचय देते समय हमें निम्नलिखित बिन्दुओं का ध्यान रखना चाहिए।

संज्ञा का पद परिचय
संज्ञा का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए :--
1.संज्ञा का भेद
2.लिंग
3.वचन
4.कारक
5.क्रिया के साथ पद का संबंध

जैसे-  अपूर्वा पत्र लिखती है।
 अपूर्वा -- व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग,     एकवचन,  कर्ता कारक, 'लिखती है' क्रिया का कर्ता।


पत्र -- जातिवाचक , पुल्लिंग , एकवचन , कर्मकारक , ‘लिखती है’ क्रिया का कर्म
**********************************************************

सर्वनाम का पद परिचय
सर्वनाम का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.सर्वनाम का भेद उपभेद
2.लिंग
3.वचन
4.कारक
5.क्रिया के साथ संबंध
जैसे- 1. गोलू ने उसे बहुत मारा।         

उसे --पुरूषवाचक सर्वनाम,अन्य पुरूष,उभय लिंग,एकवचन,कर्म कारक,‘मारा’ क्रिया का कर्म। 

 




2 .मेघा और हम मेला देखने गए।

हम - पुरूषवाचक सर्वनाम,उत्तम पुरूष,पुल्लिंग,
बहुवचन, कर्ता कारक ‘देखने गए’ क्रिया का कर्ता।


**********************************************************



विशेषण का पद परिचय
विशेषण का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.भेद,उपभेद
2.लिंग
3.वचन
4.कारक
5.विशेष्य
जैसे-  
 1.क्षितिज पहली कक्षा में पढ़ता है।
 *पहली- संख्यावाचक विशेषण , निश्चित संख्यावाचक विशेषण, स्त्रीलिंग , एकवचन , अधिकरण कारक, ‘कक्षा’ का विशेषण |
 


  2. यह  पुस्तक अप्पू की है।
 यह - सार्वनामिक विशेषण,स्त्रीलिंग,
        एकवचन,‘पुस्तक’ का विशेषण




 3. अथर्व बहुत शैतान लड़का है।

*बहुत प्रविशेषण, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक, ‘शैतान’ का विशेषण

*शैतान- गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, कर्मकारक, ‘लड़का’ का विशेषण

**********************************************************


क्रिया का पद परिचय
क्रिया का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.भेद (कर्म के आधार पर)
2.लिंग
3.वचन
4.धातु
5.काल
6.कर्ता का संकेत
जैसे -
 1 .स्निग्धा निबंध लिखती है।

*लिखती है - सकर्मकक्रिया, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘लिख’धातु, वर्तमानकाल, स्निगधा इसकी कर्ता




 2. बच्चे  रोज़ स्कूल जाते हैं

*जाते हैं-  अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, बहुवचन,  
 ‘जा’ धातु , वर्तमान काल, ‘बच्चे’ इसके कर्ता ।


**********************************************************


अव्यय : क्रिया विशेषण
क्रिया विशेषण का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं  की जानकारी देनी चाहिए :--
1.भेद
2.उपभेद
3.विशेष्य-क्रिया का निर्देश।
जैसे-  
वीणा रोज सवेरे  धीरे-धीरे टहलती
 है।
1. रोज सवेरे-क्रिया विशेषण, कालवाचक क्रिया विशेषण, ‘टहलती है’ क्रिया का विशेषण

2 .धीरे धीरे-क्रिया विशेषण, रीतिवाचक क्रिया विशेषण, ‘टहलती है’ क्रिया की विशेषता बताता है।



**********************************************************

अव्यय : समुच्चयबोधक (योजक)
समुच्चयबोधक का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए  :--
1.भेद
2.उपभेद
3.संयुक्त शब्द अथवा वाक्य
जैसे- 
1.देवजानी और श्रेयांश भाई-बहन हैं।
* और- समुच्चयबोधक अव्यय, समाधिकरण योजक, ‘देवजानी’ और ‘श्रेयांश’ शब्दों को मिला रहा है।





2. सभी लड़कियाँ खाती हैं जबकि पल्लवी बचाती है।
*जबकि- समुच्चयबोधक अव्यय, व्यधिकरण योजक, ‘सभी लड़कियाँ  खाती हैं’,  तथा  ‘पल्लवी बचाती है’   दो वाक्यों  को मिला रहा है।


**********************************************************


अव्यय : संबंधबोधक
संबंधबोधक का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए।
1.भेद
2.पदों/पदबंधों/वाक्यांशों से संबंध का निर्देश
जैसे-
 1.हमारे विद्यालय के पीछे खेल का मैदान है।

* के पीछे - संबंधबोधक अव्यय, स्थानवाचक, ‘विद्यालय’ का संबंध  अन्य  शब्दों से जोड़ने वाला।




 


 2. चोट के कारण राहुल खड़ा भी नहीं   हो पा रहा ।

* के कारण- संबंधबोधक अव्यय,कारण सूचक,‘चोट’ का संबंध अन्य  शब्द  से जोड़ता है।




**********************************************************


अव्यय : विस्मयादिबोधक
1.भेद
2.उपभेद
3.सूचक-भाव
जैसे-
1.शाबाश ! बिट्टू ने तो कमाल कर दिया।
 * शाबाश ! - अव्यय , विस्मयादिबोधक -  
                     - अव्यय,   हर्ष सूचक |



  2 .हाय ! बाढ़ ने तो सब कुछ डूबो  दिया।

 *.हाय ! -अव्यय, विस्मयादिबोधक,शोक सूचक |


**********************************************************

॥ इति - शुभम् ॥

 विमलेश दत्त दूबे ‘स्वप्नदर्शी’

115 comments:

  1. excellent guide....

    ReplyDelete
  2. Replies
    1. lol noob die plz
      hindi sux like u

      Delete
    2. abey noob kya bol raha hai ye koi game hai kya bc

      Delete
    3. chhod de chutiya angrezi hoga koi....noobda kahi ka

      Delete
    4. great guide

      Delete
    5. Get rekt son of a biiiaaatcchh

      Delete
  3. thank you very much

    ReplyDelete
  4. Really helped!

    ReplyDelete
  5. good job it really helped me

    ReplyDelete
  6. incomplete grammar. what is SAKARMAK / AKARMAK VERB , AVYAY, PRATYAY, SAMMUCHAYA,etc are, not clearly defined and given to understand.

    ReplyDelete
  7. jis verb ka prabhaw object me parta hai use sakarmak kriya

    example, ram pustak padhata hai
    jis verb ka prabhaw karm me na pare use akarmak kriya kahte hai


    example, ram sota hai
    ram sleeps

    ReplyDelete
  8. सम्मानीय दूबे जी,
    सादर नमस्कार!
    निसंदेह आपका चिट्ठा सभी हिन्दी प्रेमियों, विद्यार्थियों और हिन्दी शिक्षकों के लिए बेहद उपयोगी है| आपके इस सद्प्रयास के लिए बहुत-बहुत साधुवाद!
    पद-परिचय से सम्बंधित मेरी कुछ शंकाएं हैं आशा करता हूँ कि आप उन्हें दूर करने का कष्ट करेंगे|

    बालगोबिन भगत की संगीत-साधना का चरम उत्कर्ष उस दिन देखा गया जब उसके बेटे की मृत्यु हुई|
    कृपया उपर्युक्त वाक्य में 'उस' और 'दिन' इन दोनों पदों का परिचय दीजिए|
    सधन्यवाद!

    पी सी कानव
    8003788361

    ReplyDelete
    Replies
    1. भाई पी.सी कानव जी!
      बहुत बहुत आभार । शंकाएँ हमको , आपको , लगभग सबको हुआ करती हैं। फोन पर हुई बातचीत से जहाँ तक मैं समझ पाया हूँ... आपको शंका इसलिए हो रही है क्योंकि आप पद-परिचय में ‘पदबंध’ का समावेश कर रहे हैं। पदबंध कई पदों की इकाई होती है जबकि पद-परिचय में तो एक ही पद पर विचार किया जाता है। इसमें पदबन्ध की चर्चा नहीं होती।
      अत: मेरे अनुसार तो ‘उस’ और ‘दिन’ का अलग - अलग ही परिचय दिया जाएगा।
      उस => विशेषण , सार्वनामिक विशेषण , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘दिन’ विशेष्य का विशेषण।
      दिन => संज्ञा , जातिवाचक संज्ञा , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘उस’ विशेषण का विशेष्य ।

      * पद-परिचय में एक बार में केवल एक ही पद का परिचय दिया जाता है।
      * किसी भी सूरत में कभी भी एक साथ दो पदों (जैसे- उस दिन) का पद-परिचय एकबार में ही नहीं दिया जाता।
      शेष ; चर्चा हेतु धन्यवाद।

      Delete
  9. Awesome just simply awesome love it...its has been written in a very simple language...just superb it helped me a lot...thankyou so much thanks a lot....

    ReplyDelete
  10. Very informative.. Done a great job.. Thanks..for this..

    ReplyDelete
    Replies
    1. It helped me a lot thanks

      Delete
  11. Very informative.. Done a great job.. Thanks..for this..

    ReplyDelete
  12. meri behan mujse dho varsh badi hai
    isme dho shabdh ka pad parichay kya hai
    jaldi chahiye
    reply me soon!

    ReplyDelete
    Replies
    1. आपने अपना नाम तो लिखा नहीं.. फिर संबोधन में क्या कहूँ...

      ओ अनदेखे... ओ अनजाने !

      मेरी बहन मुझसे दो वर्ष बड़ी है। (पद परिचय)

      दो वर्ष :- विशेषण ,निश्चित संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्म कारक ‘बड़ी’ विशेषण का प्रविशेषण।

      Delete
    2. thanks for replying brother
      but i need pad parichay only for no:2[dho]
      mera naam uday hai

      Delete
  13. kya yeh sankyavachak sangya ban saktha hai?

    ReplyDelete
  14. kya yeh sankyavachak sangya ban saktha hai?

    ReplyDelete
    Replies
    1. भाई उदय जी !
      ‘दो (2)’ ... आपके द्वारा दिए वाक्य में तो संज्ञा नहीं बन सकता।

      यूँ तो संज्ञा के भेदों में संख्यावाचक नहीं है.................
      फिर भी संज्ञाओं के वर्गीकरण (बँटवारे) के क्रम में अपनी सुविधा के लिए कुछ विद्वानों ने संख्या को आधार बनाकर संज्ञा को दो वर्गों में बाँटा है ...
      1 - गणनीय संज्ञा 2 - अगणनीय संज्ञा
      विशेष : - इनका प्रयोग केवल पहचान के लिए किया जाता है।

      पद परिचय में इनकी चर्चा नहीं की जाती है। वैसे यह कोई नियम नहीं है, आप यदि लिखना चाहते हैं तो लिख सकते हैं।

      Delete
    2. dhanyavad ji
      so helpful thank you

      Delete
  15. Sakarmark or akarmak kriya ko pechane kaise and what is dhatu pls reply fast tomorrow I have test thank you your posts are the best
    My name is rounabh sahu

    ReplyDelete
  16. Sakarmark or akarmak kriya ko pechane kaise and what is dhatu pls reply fast tomorrow I have test thank you your posts are the best
    My name is rounabh sahu

    ReplyDelete
  17. from where do u put these photos...????

    ReplyDelete
  18. Wow very cool much smaj me aai to btao.....achha bhai ek baat btao Kriyavisheshan me bhed aur uska parichay dejiye pls....aapki madad ka aabhari rahunga

    ReplyDelete
  19. very good guide sir ji...really helpful for students..i would recommend this site to all my friends. :-D

    ReplyDelete
  20. really helpful! when no time is left to understand, it teaches us quickly

    ReplyDelete
  21. Bhai jee aise hi hindi ki visesh chihje dalte rahiye

    ReplyDelete
  22. हिंदी भाषा की व्याकरणिक कोटियों का संक्षिप्त स्वरूप समझाने की कृपा करें !----सुमन कुमार सिंह ,आरा,बिहार ।

    ReplyDelete
  23. हिंदी भाषा की व्याकरणिक कोटियों का संक्षिप्त स्वरूप समझाने की कृपा करें !----सुमन कुमार सिंह ,आरा,बिहार ।

    ReplyDelete
  24. Helpful one
    Understood very easily,
    Thank you very much for such a good explanation

    ReplyDelete
  25. Helpful one
    Understood very easily,
    Thank you very much for such a good explanation

    ReplyDelete
  26. thanks but can u give an example of sarvanamik visheshan

    ReplyDelete
  27. आज बहिन को पढा रहा था परन्तु पदपरिचय के बारे में नहीं जानता था|गूगल में सर्च करके आपका यह लेख पढ कर भगिनी को पढाया| आपके प्रति हार्दिक आभार और विनम्र वन्दन|

    ReplyDelete
  28. आज बहिन को पढा रहा था परन्तु पदपरिचय के बारे में नहीं जानता था|गूगल में सर्च करके आपका यह लेख पढ कर भगिनी को पढाया| आपके प्रति हार्दिक आभार और विनम्र वन्दन|

    ReplyDelete
  29. प्रियांश27 February 2017 at 21:00

    राधा और कृष्ण मधुवन में रास रचाते थे । इसमें रास का परिचय क्या है।

    सधन्यवाद !

    ReplyDelete
    Replies
    1. रास => संज्ञा,व्यक्तिवाचक,एकवचन,पुँल्लिंग,कर्मकारक,‘रचाते थे’क्रिया का कर्म।

      Delete
  30. Very helpful to studentss

    ReplyDelete
  31. Sir ek sentence hai uska pad parichay janna tha
    हम स्वतंत्रता का स्वागत करते है।...इसमें स्वतंत्रता क्या है
    तुम सदा सत्य बोलो।....इसमें सदा क्या है

    ReplyDelete
    Replies
    1. 1) स्वतंत्रता ==> संज्ञा , भाववाचक संज्ञा , एकवचन , स्त्रीलिंग , संबंधकारक , ‘स्वागत’ का संबंधी।

      2) सदा ==> अव्यय , क्रियाविशेषण अव्यय , कालवाचक ।

      Delete
  32. Shabash! Vismyadibodhak

    ReplyDelete
  33. sir,
    भावुक का पद परिचय क्या है?

    ReplyDelete
    Replies
    1. भावुक ==> विशेषण , गुणवाचक , पुँल्लिंग , एकवचन , ‘.....’ कारक , ‘......’ इसका विशेष्य ।
      द्रष्टव्य ==> विशेष्य के लिंग , वचन और कारक के अनुसार ही विशेषण का लिंग/वचन/कारक होता है।
      यहाँ आपका प्रश्न अस्पष्ट है। अत: उत्तर अपूर्ण ही रह गया। आप स्वयं कारक और विशेष्य के खाली स्थान को पूर्ण कर लीजिए। अस्पष्टता रहने पर आपका फिर से स्वागत है।

      Delete
  34. Thank u very much. May god bless u ☺☺☺☺😇😇😇😇

    ReplyDelete
  35. Balgobin bhaghat ki sangeet ka charam utkarsh us din dekha gaya jab unka beta Mara.
    Yaha par balgobin bhaghat ki, us,jab,beta ka pad parichai dena hai. Pls bata do.

    ReplyDelete
    Replies
    1. 1) बालगोबिन भगत ==> संज्ञा , व्यक्तिवाचक संज्ञा , पुँल्लिंग , एकवचन , संबंधकारक , ‘संगीत’ का संबंधी।

      2) उस ==> विशेषण , सार्वनामिक विशेषण , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘दिन’ विशेष्य का विशेषण।

      3) जब ==> अव्यय , क्रियाविशेषण अव्यय , कालवाचक ।

      4) बेटा ==> संज्ञा , व्यक्तिवाचक संज्ञा , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्ताकारक , ‘मरा’ क्रिया का कर्ता।

      Delete
  36. Kripaya Inka pad parichay बताऐ
    १ (तोता) पिजरे मे बैठकर (आम) खा रहा है।
    2 (छोटी) बच्ची (हस रही है)।
    3 (भारत) अनेक (संस्कृतियो) वाला देश है।
    4 (वह) प्रत्येक (बच्चे) को पहचानता है।
    5 (कविता) सुन्दर (है)।

    () के अन्दर वाले शब्दों का पद परिचय बताए

    ReplyDelete
    Replies
    1. नागेन्द्र जी !
      इतने प्रश्न एक साथ !!!! वास्तव में इतना समय ही नहीं बचता।

      १) तोता ==> संज्ञा , जातिवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्ता कारक , ‘खा रहा है’ क्रिया का कर्ता।

      आम ==> संज्ञा , जातिवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्म कारक , ‘खा रहा है’ क्रिया का कर्म।

      2) छोटी ==> विशेषण , गुणवाचक , एकवचन , स्त्रीलिंग , कर्ता कारक , ‘बच्ची’ इसका विशेष्य।

      हँस रही है ==> क्रिया , अकर्मक क्रिया/ संयुक्त क्रिया , एकवचन , स्त्रीलिंग , वर्तमानकाल , ‘बच्ची’ इसका कर्ता ।

      3) भारत ==> संज्ञा , व्यक्ति वाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्ता कारक , ‘है’ क्रिया का कर्ता।

      संस्कृतियों वाला ==> विशेषण , गुणवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्म कारक , ‘देश’ विशेष्य का विशेषण।

      4) वह ==> सर्वनाम , पुरुषवाचक , अन्य पुरुष , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्ता कारक , ‘पहचानता है’ क्रिया का कर्ता।

      बच्चे ==> संज्ञा , जातिवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्म कारक , ‘पहचानता है’ क्रिया का कर्म।

      5) कविता (नाम) ==> संज्ञा , व्यक्ति वाचक , एकवचन , स्त्रीलिंग , कर्ता कारक , ‘सुन्दर’ विशेषण का विशेष्य।

      **यहाँ ‘कविता’ काव्य है अथवा किसी का नाम ? ऐसा भ्रम उत्पन्न हो रहा है।

      है ==> क्रिया , मुख्य क्रिया , वर्तमानकालिक , ‘हो’ धातु , ‘कविता’ कर्ता की क्रिया।

      Delete
  37. nice one awosome

    ReplyDelete
  38. Shashwat Gandhi10 March 2017 at 02:37

    'Tumhe samjhana kathin(tough) karya he.'

    Yaha par kathin air karya ka pad parichay kya hoga

    Karya will be a noun or verb pls explain

    ReplyDelete
  39. नमस्कार।
    जिज्ञासुओं का बड़े संयम से समाधान करते हैं आप।
    पद परिचय के लिये कोई शब्द कोष उपलब्ध है?
    ~श्रीनिवास

    ReplyDelete
  40. नमस्कार।
    जिज्ञासुओं का बड़े संयम से समाधान करते हैं आप।
    पद परिचय के लिये कोई शब्द कोष उपलब्ध है?
    ~श्रीनिवास

    ReplyDelete
  41. So how we can identify this plz. Tell
    हमने महान विद्ववानों का आदर किया।
    अरे वाह ! तुम भी दौड़ सकते हो।

    ReplyDelete
  42. दूबे जी !
    आपसे एक सवाल है
    'हम अपने देश पर मर मिटेंगे'
    कृपया इस वाक्य में से शब्द 'मर' तथा 'मिटेंगे' का पद परिचय कर दीजिए ।
    आकाश

    ReplyDelete
  43. Thanks bimlesh Ji

    ReplyDelete
  44. Give a practice papers on pad parichay

    ReplyDelete
  45. Ab, mai,gahra ka pad parichay

    ReplyDelete
  46. Vastr or aabhushan shabdik bhram hai ka kya bhaw hoga

    ReplyDelete
  47. It helped me a lot for my exam ��

    ReplyDelete
  48. Sanskaar ke bina samman nahi prapt hota h mein nahi ka pad parichay kya h

    ReplyDelete
  49. Too much confused with the (samuchchay)(sambandh) .

    I did not understand anything

    ReplyDelete
  50. परिमाण और संख्यावाचक विशेषण में क्या अंतर है ?
    धन्यवाद
    खुशी

    ReplyDelete
  51. You should publish some worksheets also ,otherwise gud.

    ReplyDelete
  52. Interesting with a lot of pictures.
    Not at all boring with this guide.

    ReplyDelete
  53. बालगोबिन भगत समूचा शरीर किचड मे लिथड़े,खेत में धान रोप रहे है ।
    बालगोबिन भगत ,समूचा,खेत में ,रोप रहे है का पद परिचय

    ReplyDelete
  54. sir jo last mein shabaash ka example diya hai usme shabash prashansa suchak nahi aayega?

    ReplyDelete
  55. Last exam night ko mila maja aa gaya

    Great Job Sir thanks a lot for the quick revision notes.

    ReplyDelete
  56. I hope it will work tomorrow

    ReplyDelete
  57. Chahiye (Want)ka pad parichay kya hoga

    ReplyDelete
  58. Apne Gaon Ki Mitti chune Ke Liye Main Taras Gaya कृपया पद परिचय बताये

    ReplyDelete
  59. Sir namskar
    Mai navaaz sharif ansari
    Ghar-ghar sabd ka pad parichay btaiye aur jimmedar sabd ka bhi

    ReplyDelete
  60. Anand Bahut bhagyashali Hai.
    Esmai bhagyashali ka pad parichay bata dijiye plz

    ReplyDelete
  61. It is really very helpful and i hope that the others students will also be very glad with this site! Thanks🤗🤗

    ReplyDelete
  62. It is good described content

    ReplyDelete
  63. It is good described content

    ReplyDelete
  64. Education improves our decision making capabilities, makes us mobile and gives us access to social networks.
    best cbse schools in vellore

    ReplyDelete
  65. sir apke blog ke approval me kitne din lage the plz bataiye
    aur thoda tips dijiye maine bhi ek computer related blog banaya hai usko jarur dekhiye aur bataiye kaisa h
    aur approval ke liye tips dijiye
    thank you

    ReplyDelete
  66. RADHEY RADHEY

    ReplyDelete