पद परिचय
* मैं रायगंज में रहता हूँ।
* मैं शारदा विद्या मंदिर में पढ़ता हूँ।
* मुझे खेलना बहुत पसंद अच्छा लगता है।
इस प्रकार अपने बारे में बताने को परिचय देना कहते हैं। जैसे हम अपना परिचय देते हैं, ठीक उसी प्रकार एक वाक्य में जितने शब्द होते हैं, उनका भी परिचय हुआ करता है।वाक्य में जो शब्द होते हैं,उन्हें ‘पद’ कहते हैं।उन पदों का परिचय देना ‘पद परिचय’ कहलाता है।
पद परिचय में किसी पद का पूर्ण व्याकरणिक परिचय दिया जाता है। व्याकरणिक परिचय से तात्पर्य है-- वाक्य में उस पद की स्थिति बताना , उसका लिंग , वचन , कारक तथा अन्य पदों के साथ संबंध बताना।
पद पाँच प्रकार के होते हैं- संज्ञा , सर्वनाम , विशेषण , क्रिया तथा अव्यय । इन सभी पदों का परिचय देते समय हमें निम्नलिखित बिन्दुओं का ध्यान रखना चाहिए।
संज्ञा का पद परिचय
संज्ञा का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए :--
1.संज्ञा का भेद
2.लिंग
3.वचन
4.कारक
5.क्रिया के साथ पद का संबंध
जैसे- अपूर्वा पत्र लिखती है।
अपूर्वा -- व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक, 'लिखती है' क्रिया का कर्ता।
पत्र -- जातिवाचक , पुल्लिंग , एकवचन , कर्मकारक , ‘लिखती है’ क्रिया का कर्म।
**********************************************************
सर्वनाम का पद परिचय
सर्वनाम का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.सर्वनाम का भेद उपभेद
2.लिंग
3.वचन
4.कारक
5.क्रिया के साथ संबंध
जैसे- 1. गोलू ने उसे बहुत मारा।
उसे --पुरूषवाचक सर्वनाम,अन्य पुरूष,उभय लिंग,एकवचन,कर्म कारक,‘मारा’ क्रिया का कर्म।
2 .मेघा और हम मेला देखने गए।
हम - पुरूषवाचक सर्वनाम,उत्तम पुरूष,पुल्लिंग,
बहुवचन, कर्ता कारक ‘देखने गए’ क्रिया का कर्ता।
**********************************************************
विशेषण का पद परिचय
विशेषण का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.भेद,उपभेद
2.लिंग
3.वचन
4.कारक
5.विशेष्य
जैसे-
1.क्षितिज पहली कक्षा में पढ़ता है।
*पहली- संख्यावाचक विशेषण , निश्चित संख्यावाचक विशेषण, स्त्रीलिंग , एकवचन , अधिकरण कारक, ‘कक्षा’ का विशेषण |
2. यह पुस्तक अप्पू की है।
* यह - सार्वनामिक विशेषण,स्त्रीलिंग,
एकवचन,‘पुस्तक’ का विशेषण।
3. अथर्व बहुत शैतान लड़का है।
*बहुत प्रविशेषण, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक, ‘शैतान’ का विशेषण ।
*शैतान- गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, कर्मकारक, ‘लड़का’ का विशेषण ।
**********************************************************
क्रिया का पद परिचय
क्रिया का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.भेद (कर्म के आधार पर)
2.लिंग
3.वचन
4.धातु
5.काल
6.कर्ता का संकेत
जैसे -
1 .स्निग्धा निबंध लिखती है।
*लिखती है - सकर्मकक्रिया, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘लिख’धातु, वर्तमानकाल, स्निगधा इसकी कर्ता
2. बच्चे रोज़ स्कूल जाते हैं।
*जाते हैं- अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, बहुवचन,
‘जा’ धातु , वर्तमान काल, ‘बच्चे’ इसके कर्ता ।
**********************************************************
अव्यय : क्रिया विशेषण
क्रिया विशेषण का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए :--
1.भेद
2.उपभेद
3.विशेष्य-क्रिया का निर्देश।
जैसे-
वीणा रोज सवेरे धीरे-धीरे टहलती
है।
1. रोज सवेरे-क्रिया विशेषण, कालवाचक क्रिया विशेषण, ‘टहलती है’ क्रिया का विशेषण
2 .धीरे धीरे-क्रिया विशेषण, रीतिवाचक क्रिया विशेषण, ‘टहलती है’ क्रिया की विशेषता बताता है।
**********************************************************
अव्यय : समुच्चयबोधक (योजक)
समुच्चयबोधक का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए :--
1.भेद
2.उपभेद
3.संयुक्त शब्द अथवा वाक्य
जैसे-
1.देवजानी और श्रेयांश भाई-बहन हैं।
* और- समुच्चयबोधक अव्यय, समाधिकरण योजक, ‘देवजानी’ और ‘श्रेयांश’ शब्दों को मिला रहा है।
2. सभी लड़कियाँ खाती हैं जबकि पल्लवी बचाती है।
**********************************************************
अव्यय : संबंधबोधक
संबंधबोधक का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए।
1.भेद
2.पदों/पदबंधों/वाक्यांशों से संबंध का निर्देश
जैसे-
1.हमारे विद्यालय के पीछे खेल का मैदान है।
* के पीछे - संबंधबोधक अव्यय, स्थानवाचक, ‘विद्यालय’ का संबंध अन्य शब्दों से जोड़ने वाला।
2. चोट के कारण राहुल खड़ा भी नहीं हो पा रहा ।
* के कारण- संबंधबोधक अव्यय,कारण सूचक,‘चोट’ का संबंध अन्य शब्द से जोड़ता है।
**********************************************************
अव्यय : विस्मयादिबोधक
1.भेद
2.उपभेद
3.सूचक-भाव
जैसे-
1.शाबाश ! बिट्टू ने तो कमाल कर दिया।
* शाबाश ! - अव्यय , विस्मयादिबोधक -
- अव्यय, हर्ष सूचक |
2 .हाय ! बाढ़ ने तो सब कुछ डूबो दिया।
*.हाय ! -अव्यय, विस्मयादिबोधक,शोक सूचक |
**********************************************************
॥ इति - शुभम् ॥
excellent guide....
ReplyDeletemazza aa gya phadka ...
ReplyDeletelol noob die plz
Deletehindi sux like u
abey noob kya bol raha hai ye koi game hai kya bc
Deletechhod de chutiya angrezi hoga koi....noobda kahi ka
Deletegreat guide
DeleteGet rekt son of a biiiaaatcchh
DeletePewdiepie fans here
Deletenic one
ReplyDeletenice not
ReplyDeletethank you very much
ReplyDeleteHelped a lot
ReplyDeleteThnx a lot
ReplyDeleteawesome!
ReplyDeleteReally helped!
ReplyDeletegood job it really helped me
ReplyDeleteincomplete grammar. what is SAKARMAK / AKARMAK VERB , AVYAY, PRATYAY, SAMMUCHAYA,etc are, not clearly defined and given to understand.
ReplyDeletejis verb ka prabhaw object me parta hai use sakarmak kriya
ReplyDeleteexample, ram pustak padhata hai
jis verb ka prabhaw karm me na pare use akarmak kriya kahte hai
example, ram sota hai
ram sleeps
अति सुन्दर
ReplyDeleteexcellent
ReplyDeleteawesome
ReplyDeleteसम्मानीय दूबे जी,
ReplyDeleteसादर नमस्कार!
निसंदेह आपका चिट्ठा सभी हिन्दी प्रेमियों, विद्यार्थियों और हिन्दी शिक्षकों के लिए बेहद उपयोगी है| आपके इस सद्प्रयास के लिए बहुत-बहुत साधुवाद!
पद-परिचय से सम्बंधित मेरी कुछ शंकाएं हैं आशा करता हूँ कि आप उन्हें दूर करने का कष्ट करेंगे|
बालगोबिन भगत की संगीत-साधना का चरम उत्कर्ष उस दिन देखा गया जब उसके बेटे की मृत्यु हुई|
कृपया उपर्युक्त वाक्य में 'उस' और 'दिन' इन दोनों पदों का परिचय दीजिए|
सधन्यवाद!
पी सी कानव
8003788361
भाई पी.सी कानव जी!
Deleteबहुत बहुत आभार । शंकाएँ हमको , आपको , लगभग सबको हुआ करती हैं। फोन पर हुई बातचीत से जहाँ तक मैं समझ पाया हूँ... आपको शंका इसलिए हो रही है क्योंकि आप पद-परिचय में ‘पदबंध’ का समावेश कर रहे हैं। पदबंध कई पदों की इकाई होती है जबकि पद-परिचय में तो एक ही पद पर विचार किया जाता है। इसमें पदबन्ध की चर्चा नहीं होती।
अत: मेरे अनुसार तो ‘उस’ और ‘दिन’ का अलग - अलग ही परिचय दिया जाएगा।
उस => विशेषण , सार्वनामिक विशेषण , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘दिन’ विशेष्य का विशेषण।
दिन => संज्ञा , जातिवाचक संज्ञा , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘उस’ विशेषण का विशेष्य ।
* पद-परिचय में एक बार में केवल एक ही पद का परिचय दिया जाता है।
* किसी भी सूरत में कभी भी एक साथ दो पदों (जैसे- उस दिन) का पद-परिचय एकबार में ही नहीं दिया जाता।
शेष ; चर्चा हेतु धन्यवाद।
wah sir ji
DeleteNice
ReplyDeleteThank u
ReplyDeletebole to 1 no. ☺
ReplyDeleteKya baat he dada
Deletewhat a fuck yar
DeleteAwesome just simply awesome love it...its has been written in a very simple language...just superb it helped me a lot...thankyou so much thanks a lot....
ReplyDeleteHelped a lot
ReplyDeleteVery informative.. Done a great job.. Thanks..for this..
ReplyDeleteIt helped me a lot thanks
DeleteVery informative.. Done a great job.. Thanks..for this..
ReplyDeletemeri behan mujse dho varsh badi hai
ReplyDeleteisme dho shabdh ka pad parichay kya hai
jaldi chahiye
reply me soon!
आपने अपना नाम तो लिखा नहीं.. फिर संबोधन में क्या कहूँ...
Deleteओ अनदेखे... ओ अनजाने !
मेरी बहन मुझसे दो वर्ष बड़ी है। (पद परिचय)
दो वर्ष :- विशेषण ,निश्चित संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्म कारक ‘बड़ी’ विशेषण का प्रविशेषण।
thanks for replying brother
Deletebut i need pad parichay only for no:2[dho]
mera naam uday hai
kya yeh sankyavachak sangya ban saktha hai?
ReplyDeletekya yeh sankyavachak sangya ban saktha hai?
ReplyDeleteभाई उदय जी !
Delete‘दो (2)’ ... आपके द्वारा दिए वाक्य में तो संज्ञा नहीं बन सकता।
यूँ तो संज्ञा के भेदों में संख्यावाचक नहीं है.................
फिर भी संज्ञाओं के वर्गीकरण (बँटवारे) के क्रम में अपनी सुविधा के लिए कुछ विद्वानों ने संख्या को आधार बनाकर संज्ञा को दो वर्गों में बाँटा है ...
1 - गणनीय संज्ञा 2 - अगणनीय संज्ञा
विशेष : - इनका प्रयोग केवल पहचान के लिए किया जाता है।
पद परिचय में इनकी चर्चा नहीं की जाती है। वैसे यह कोई नियम नहीं है, आप यदि लिखना चाहते हैं तो लिख सकते हैं।
dhanyavad ji
Deleteso helpful thank you
Sakarmark or akarmak kriya ko pechane kaise and what is dhatu pls reply fast tomorrow I have test thank you your posts are the best
ReplyDeleteMy name is rounabh sahu
Sakarmark or akarmak kriya ko pechane kaise and what is dhatu pls reply fast tomorrow I have test thank you your posts are the best
ReplyDeleteMy name is rounabh sahu
from where do u put these photos...????
ReplyDeletesugoii............
ReplyDeleteWow very cool much smaj me aai to btao.....achha bhai ek baat btao Kriyavisheshan me bhed aur uska parichay dejiye pls....aapki madad ka aabhari rahunga
ReplyDeleteपूर्ण योजक / Full Adder Video tutorial in easy stpes And many mores Educational Tutorials , Please Watch
ReplyDeletevery good guide sir ji...really helpful for students..i would recommend this site to all my friends. :-D
ReplyDeletereally helpful! when no time is left to understand, it teaches us quickly
ReplyDeleteBhai jee aise hi hindi ki visesh chihje dalte rahiye
ReplyDeleteहिंदी भाषा की व्याकरणिक कोटियों का संक्षिप्त स्वरूप समझाने की कृपा करें !----सुमन कुमार सिंह ,आरा,बिहार ।
ReplyDeleteहिंदी भाषा की व्याकरणिक कोटियों का संक्षिप्त स्वरूप समझाने की कृपा करें !----सुमन कुमार सिंह ,आरा,बिहार ।
ReplyDeleteAapka ghar kha hai
ReplyDeleteHelpful one
ReplyDeleteUnderstood very easily,
Thank you very much for such a good explanation
Helpful one
ReplyDeleteUnderstood very easily,
Thank you very much for such a good explanation
thanks but can u give an example of sarvanamik visheshan
ReplyDeleteOsm...Really it's 👌👌
ReplyDeleteAwesome one
ReplyDeleteआज बहिन को पढा रहा था परन्तु पदपरिचय के बारे में नहीं जानता था|गूगल में सर्च करके आपका यह लेख पढ कर भगिनी को पढाया| आपके प्रति हार्दिक आभार और विनम्र वन्दन|
ReplyDeleteआज बहिन को पढा रहा था परन्तु पदपरिचय के बारे में नहीं जानता था|गूगल में सर्च करके आपका यह लेख पढ कर भगिनी को पढाया| आपके प्रति हार्दिक आभार और विनम्र वन्दन|
ReplyDeleteराधा और कृष्ण मधुवन में रास रचाते थे । इसमें रास का परिचय क्या है।
ReplyDeleteसधन्यवाद !
रास => संज्ञा,व्यक्तिवाचक,एकवचन,पुँल्लिंग,कर्मकारक,‘रचाते थे’क्रिया का कर्म।
DeleteVery helpful to studentss
ReplyDeleteSir ek sentence hai uska pad parichay janna tha
ReplyDeleteहम स्वतंत्रता का स्वागत करते है।...इसमें स्वतंत्रता क्या है
तुम सदा सत्य बोलो।....इसमें सदा क्या है
1) स्वतंत्रता ==> संज्ञा , भाववाचक संज्ञा , एकवचन , स्त्रीलिंग , संबंधकारक , ‘स्वागत’ का संबंधी।
Delete2) सदा ==> अव्यय , क्रियाविशेषण अव्यय , कालवाचक ।
Shabash! Vismyadibodhak
ReplyDeletesir,
ReplyDeleteभावुक का पद परिचय क्या है?
भावुक ==> विशेषण , गुणवाचक , पुँल्लिंग , एकवचन , ‘.....’ कारक , ‘......’ इसका विशेष्य ।
Deleteद्रष्टव्य ==> विशेष्य के लिंग , वचन और कारक के अनुसार ही विशेषण का लिंग/वचन/कारक होता है।
यहाँ आपका प्रश्न अस्पष्ट है। अत: उत्तर अपूर्ण ही रह गया। आप स्वयं कारक और विशेष्य के खाली स्थान को पूर्ण कर लीजिए। अस्पष्टता रहने पर आपका फिर से स्वागत है।
Thank u very much. May god bless u ☺☺☺☺😇😇😇😇
ReplyDeleteBalgobin bhaghat ki sangeet ka charam utkarsh us din dekha gaya jab unka beta Mara.
ReplyDeleteYaha par balgobin bhaghat ki, us,jab,beta ka pad parichai dena hai. Pls bata do.
1) बालगोबिन भगत ==> संज्ञा , व्यक्तिवाचक संज्ञा , पुँल्लिंग , एकवचन , संबंधकारक , ‘संगीत’ का संबंधी।
Delete2) उस ==> विशेषण , सार्वनामिक विशेषण , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्म कारक , ‘दिन’ विशेष्य का विशेषण।
3) जब ==> अव्यय , क्रियाविशेषण अव्यय , कालवाचक ।
4) बेटा ==> संज्ञा , व्यक्तिवाचक संज्ञा , पुँल्लिंग , एकवचन , कर्ताकारक , ‘मरा’ क्रिया का कर्ता।
Kripaya Inka pad parichay बताऐ
ReplyDelete१ (तोता) पिजरे मे बैठकर (आम) खा रहा है।
2 (छोटी) बच्ची (हस रही है)।
3 (भारत) अनेक (संस्कृतियो) वाला देश है।
4 (वह) प्रत्येक (बच्चे) को पहचानता है।
5 (कविता) सुन्दर (है)।
() के अन्दर वाले शब्दों का पद परिचय बताए
नागेन्द्र जी !
Deleteइतने प्रश्न एक साथ !!!! वास्तव में इतना समय ही नहीं बचता।
१) तोता ==> संज्ञा , जातिवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्ता कारक , ‘खा रहा है’ क्रिया का कर्ता।
आम ==> संज्ञा , जातिवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्म कारक , ‘खा रहा है’ क्रिया का कर्म।
2) छोटी ==> विशेषण , गुणवाचक , एकवचन , स्त्रीलिंग , कर्ता कारक , ‘बच्ची’ इसका विशेष्य।
हँस रही है ==> क्रिया , अकर्मक क्रिया/ संयुक्त क्रिया , एकवचन , स्त्रीलिंग , वर्तमानकाल , ‘बच्ची’ इसका कर्ता ।
3) भारत ==> संज्ञा , व्यक्ति वाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्ता कारक , ‘है’ क्रिया का कर्ता।
संस्कृतियों वाला ==> विशेषण , गुणवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्म कारक , ‘देश’ विशेष्य का विशेषण।
4) वह ==> सर्वनाम , पुरुषवाचक , अन्य पुरुष , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्ता कारक , ‘पहचानता है’ क्रिया का कर्ता।
बच्चे ==> संज्ञा , जातिवाचक , एकवचन , पुँल्लिंग , कर्म कारक , ‘पहचानता है’ क्रिया का कर्म।
5) कविता (नाम) ==> संज्ञा , व्यक्ति वाचक , एकवचन , स्त्रीलिंग , कर्ता कारक , ‘सुन्दर’ विशेषण का विशेष्य।
**यहाँ ‘कविता’ काव्य है अथवा किसी का नाम ? ऐसा भ्रम उत्पन्न हो रहा है।
है ==> क्रिया , मुख्य क्रिया , वर्तमानकालिक , ‘हो’ धातु , ‘कविता’ कर्ता की क्रिया।
nice one awosome
ReplyDeletetheek thak hai
Delete'Tumhe samjhana kathin(tough) karya he.'
ReplyDeleteYaha par kathin air karya ka pad parichay kya hoga
Karya will be a noun or verb pls explain
नमस्कार।
ReplyDeleteजिज्ञासुओं का बड़े संयम से समाधान करते हैं आप।
पद परिचय के लिये कोई शब्द कोष उपलब्ध है?
~श्रीनिवास
नमस्कार।
ReplyDeleteजिज्ञासुओं का बड़े संयम से समाधान करते हैं आप।
पद परिचय के लिये कोई शब्द कोष उपलब्ध है?
~श्रीनिवास
So how we can identify this plz. Tell
ReplyDeleteहमने महान विद्ववानों का आदर किया।
अरे वाह ! तुम भी दौड़ सकते हो।
दूबे जी !
ReplyDeleteआपसे एक सवाल है
'हम अपने देश पर मर मिटेंगे'
कृपया इस वाक्य में से शब्द 'मर' तथा 'मिटेंगे' का पद परिचय कर दीजिए ।
आकाश
Bahut badhiya
ReplyDeleteThanks bimlesh Ji
ReplyDeleteexcellent
ReplyDeleteGive a practice papers on pad parichay
ReplyDeleteAb, mai,gahra ka pad parichay
ReplyDeleteVastr or aabhushan shabdik bhram hai ka kya bhaw hoga
ReplyDeleteIt helped me a lot for my exam ��
ReplyDeleteSanskaar ke bina samman nahi prapt hota h mein nahi ka pad parichay kya h
ReplyDelete☺☺great
ReplyDeletePagal
ReplyDeleteToo much confused with the (samuchchay)(sambandh) .
ReplyDeleteI did not understand anything
परिमाण और संख्यावाचक विशेषण में क्या अंतर है ?
ReplyDeleteधन्यवाद
खुशी
You should publish some worksheets also ,otherwise gud.
ReplyDeleteVery nice..
ReplyDeleteInteresting with a lot of pictures.
ReplyDeleteNot at all boring with this guide.
बालगोबिन भगत समूचा शरीर किचड मे लिथड़े,खेत में धान रोप रहे है ।
ReplyDeleteबालगोबिन भगत ,समूचा,खेत में ,रोप रहे है का पद परिचय
sir jo last mein shabaash ka example diya hai usme shabash prashansa suchak nahi aayega?
ReplyDeleteHlo sir
DeleteHlo sir
DeleteHlo sir
DeleteLast exam night ko mila maja aa gaya
ReplyDeleteGreat Job Sir thanks a lot for the quick revision notes.
I hope it will work tomorrow
ReplyDeleteVery good for exam today
ReplyDeleteChahiye (Want)ka pad parichay kya hoga
ReplyDeleteApne Gaon Ki Mitti chune Ke Liye Main Taras Gaya कृपया पद परिचय बताये
ReplyDeleteSir namskar
ReplyDeleteMai navaaz sharif ansari
Ghar-ghar sabd ka pad parichay btaiye aur jimmedar sabd ka bhi
Really good
ReplyDeleteAnand Bahut bhagyashali Hai.
ReplyDeleteEsmai bhagyashali ka pad parichay bata dijiye plz
Bahut acha h
ReplyDeleteIt is really very helpful and i hope that the others students will also be very glad with this site! Thanks🤗🤗
ReplyDeleteIt is good described content
ReplyDeleteIt is good described content
ReplyDeleteEducation improves our decision making capabilities, makes us mobile and gives us access to social networks.
ReplyDeletebest cbse schools in vellore
sir apke blog ke approval me kitne din lage the plz bataiye
ReplyDeleteaur thoda tips dijiye maine bhi ek computer related blog banaya hai usko jarur dekhiye aur bataiye kaisa h
aur approval ke liye tips dijiye
thank you
RADHEY RADHEY
ReplyDelete