Saturday, 5 April 2014

NETAJI KA CHASHMA cbse class x hindi A नेताजी का चश्मा question answer



नेताजी का चश्मा


संदेश

लेखक यह संदेश देना चाहता है कि हमें अपने स्वार्थ को भुलाकर देश की चिंता भी करनी चाहिए। हमें अपने मन में देशभक्तों के लिए आदर एवं सम्मान रखना चाहिए। और हमें देशभक्तों का आदर करने वालों का उपहास भी नहीं करना चाहिए चाहे वह आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से किसी भी स्तर का हो

प्रश्न-

(क) सेनानी न होते हुए भी चश्मेवाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे?
उत्तर- चश्मेवाला कभी सेनानी न रहा। वह एक साधारण आदमी था,परंतु उसके मन में देशभक्ति की भावना थी। वह नेताजी के बिना चश्मेवाले मूर्ति को देखकर बहुत दुखी हो जाता था। इसलिए वह अपनी तरफ से उस मूर्ति पर हमेशा एक चश्मा लगा देता था। ये देखकर लोग उसे कैप्टन कहते थे।


(ख) हालदार साहब ने ड्राइवर को पहले चौराहे पर गाड़ी रोकने के लिए मना किया था लेकिन बाद में तुरंत रोकने को कहा-
(1)हालदार साहब पहले मायूस क्यों हो गए थे?
उत्तर- हालदार साहब को जब पता चला कि चश्मेवाले की मृत्यु हो गई है तो वे बहुत दुखी हो गए। उन्हें लगा कि अब जब चश्मेवाला नहीं रहा तो नेताजी की मूर्ति को चश्मा पहनाने वाला कोई नहीं रहा होगा।
(2) मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा क्या उम्मीद जगाता है?
उत्तर- मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा होना यह उम्मीद जगाता है कि लोगों में अभी भी देशभक्ति विद्यमान है। कैप्टन के मरने के बाद कोई न कोई उसकी जिम्मेदारी निभाने को तैयार है। सरकंडे का चश्मा किसी गरीब बच्चे ने बनाया होगा और इससे यह पता चलता है कि गरीब बच्चों में भी देशभक्ति की भावना है।
(3) हालदार साहब इतनी-सी बात पर भावुक क्यों हो उठे?
उत्तर- जब हालदार साहब ने यह देखा कि मूर्ति पर एक छोटा - सा सरकंडे का चश्मा लगा हुआ था जो किसी बच्चे ने बनाया होगा,उसे देखकर वे भावुक हो उठे क्योंकि उससे यह पता चलता है कि आगे आने वाली पीढ़ी में भी देशभक्ति विद्यमान है।
(ग) आशय स्पष्ट कीजिए-"बार-बार सोचते क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी-जीवन-ज़िंदगी सब कुछ होम देने वालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ती है।"
उत्तर- जब हालदार साहब को कैप्टन की मृत्यु के बारे में पता चला तो वे बहुत दुखी हो गए और सोचने लगे कि कुछ लोग साधारण होकर भी देश के लिए अपना सब कुछ छोड़ देते हैं और दूसरे लोग इनका मज़ाक बनाते हैं। उन्हें लगा ऐसे लोगों का क्या होगा,क्या ऐसे लोग जो अपने स्वार्थ - पूर्ति के लिए कुछ भी करते हैं,देश को सही दिशा में ले जा पाएँगे ?
(घ) पानवाले का एक रेखाचित्र प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर- पानवाला एक मोटा,काला और मज़ाकिया आदमी था। वह हमेशा पान खाता रहता था। जब भी वह हँसता तो उसकी तोंद हिलने लगती थी और उसके लाल-काले दाँत खिल उठते।वह कैप्टन का मज़ाक बनाया करता था पर उसकी मृत्यु पर उसकी भी आँखें नम हो गई थीं
(ड़) "वो लंगड़ा क्या जाएगा फ़ौज में। पागल है पागल।" कैप्टन के प्रति पानवाले की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया लिखिए।
उत्तर- चश्मेवाले के प्रति पानवाले की यह टिप्पणी अनुचित थी। चश्मेवाला एक साधारण आदमी होने के बावजूद एक सच्चा देशभक्त था। पानवाले को उसका मज़ाक नहीं बनाना चाहिए था।
(च) कस्बे की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर- कस्बा बहुत बड़ा नहीं था। वहाँ लड़के और लड़कियों का एक स्कूल था। सीमेंट का एक छोटा-सा कारखाना था,छोटा-सा बाज़ार था और दो ओपन एयर सीनेमाघर तथा एक नगरपालिका थी
(छ) कैप्टन चश्मेवाला मूर्ति का चश्मा बार-बार क्यों बदल देता था?
उत्तर- कैप्टन पेशे से एक चश्मेवाला था और साथ में एक सच्चा देशभक्त भी था। वह नेताजी की मूर्ति पर हमेशा एक चश्मा लगा देता था पर जब उसके किसी ग्राहक को मूर्ति वाले जैसे चश्मे की जरूरत होती तो वह चश्मा उतारकर ग्राहक को दे देता और मूर्ति का चश्मा बदल देता
 ॥ इति - शुभम् ॥


 अगला पोस्ट क्लास 9 के लिए...))

  बिमलेश दत्त दूबे ‘स्वप्नदर्शी



10 comments:

  1. Good job......thanxGood job......thanx

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  2. Thanks dude!!!!!!!!!!!!!!!!!

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  3. Thanku soooooooooo muchhhhh!!!

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  4. aapka bahut bahut dhanyawaad

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  5. stop studying cheap subjects like hindi. Study SCIENCE

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  6. Can U Plzzz post a Brief Summary of this lesson in English plzzzz

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  7. can u plz give a better moral of the story

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