6. भयानक रस
जहाँ किन्हीं परिस्थितियों वश भय का भाव अभिव्यक्त हो, वहाँ भयानक रस होता है।स्थायी - भय
संचारी - चिंता, हानि, आशंका, त्रास आदि।
आलंबन - सन्नाटा, शत्रु-सामर्थ्य
आश्रय - भयभीत व्यक्ति
उद्दीपन - दुर्घटना, पागलपन, मूर्खता, शत्रु की चेष्टा, भयानक दृश्य आदि।
अनुभाव - काँपना, पसीना होना, चेहरा पीला होना, चिल्लाना, रोना आदि।
जैसे-
हय–रूण्ड गिरे¸गज–मुण्ड गिरे¸
कट–कट अवनी पर शुण्ड गिरे।
लड़ते – लड़ते अरि झुण्ड गिरे¸
भू पर हय विकल बितुण्ड गिरे।।
लेकर अंकुश पिलवान गिरा।
झटका लग गया¸ फटी झालर¸
हौदा गिर गया¸ निशान गिरा।।
कोई नत – मुख बेजान गिरा¸
करवट कोई उत्तान गिरा।
रण – बीच अमित भीषणता से¸
लड़ते – लड़ते बलवान गिरा।।
क्षण भीषण हलचल मचा–मचा
राणा – कर की तलवार बढ़ी।
था शोर रक्त पीने को यह
रण – चण्डी जीभ पसार बढ़ी।।
विशेष -
* इसमें मुगल बादशाह अकबर और उसकी सेना आलंबन है।
* मेवाड़ केसरी राणा प्रताप की तलवार आश्रय हैं।
* मुगलों का कपट , भयानक युद्ध , मुगल सेना का संहार , हाथी-घोड़े और शत्रुओं का कटना आदि उद्दीपन है।
* हाथियों का चिंग्घाड़ना , घोड़ों का हिनहिनाना, शत्रुओं का चीखना-पुकारना , तलवार का चमकना आदि अनुभाव है।
* प्रचण्ड-प्रहार , शत्रुओं की हताशा, उग्रता आदि संचारी भाव है।
अन्य रसों की बात...क्रमश: अगले पोस्ट में..
विमलेश दत्त दूबे ‘स्वप्नदर्शी’
Any short , I mean just 2 line example of भयानक रस could be more helpful .....
ReplyDelete1 =>
Deleteहरियाली में आग लगी है, नदी-नदी है खौल उठी,
भीग सपूतों के लहू से , अब धरती है बोल उठी।
2 =>
तुम हमारी चोटियों की बर्फ़ को यो मत कुरेदो,
दहकता लावा हृदय में है कि हम ज्वालामुखी हैं!
Bhahut sahi example hai
DeleteThanks very easy example����
DeleteY
DeleteThank you sir it's very easy ☺☺
Deletetoo long
ReplyDeleteI want Any more simple in language
ReplyDeleteThank u soooo much sir....it will help me alot tommorrow as i m going 2 appear in board examinations. Your website helped me alot while doing grammer practise. Thank u once again.
ReplyDeleteI am not able to find shaant Ras it would be great if you help me
ReplyDeleteतपस्वी तुम क्यों इतने कलान्त
Deleteवेदना का यह ऐसा वेग
आह!तुम कितने हाताश
हाय यह कैसा उद्वेग
Nice sir
ReplyDeleteBad examples it was too extra😚😚😚
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