Thursday 24 July 2014

CBSE CLASS 9 HINDI GRAM SHRI SUMITRA NANDAN PANT (ग्रामश्री सुमित्रानंदन पंत)

ग्रामश्री

प्रश्न १ - कवि ने गाँव को ‘हरता जन मन’ क्यों कहा है ?
उत्तर - गाँव क हरा -भरा वातावरण , खेतों में लहलहाती जौ , गेहूँ , अरहर आदि की फ़सलें ; उन पर पड़ती सुनहरी धूप, बग़ीचों में फलों से लदे पेड़ तथा विभिन्न प्रकार की सब्ज़ियों और चहचहाते पक्षी सभी मिलकर गाँव की शोभा में चार चाँद लगाते हैं।गाँव की शोभा देखने वाला बस.. देखता ही रह जाता है। इसलिए कवि ने गाँव की शोभा को ‘हरता जन मन’ कहा है ।
प्रश्न २ - कविता में किस मौसम के सौन्दर्य का वर्णन है ?
उत्तर - कविता में शिशिर ऋतु अर्थात् जाड़े के अन्तिम चरण और दूर कहीं खड़े बसन्त के मौसम के सौन्दर्य का वर्णन है। इस मौसम की खासियत यह होती है कि खेतों में चारों ओर हरियाली ही हरियाली दिखती है। हरी सब्जियों और फल-फूलों की भरमार लगी रहती है। तितली , भौरे और कोयल वातावरण को मनोहारी बनाते हैं।

प्रश्न ३ - गाँव को ‘मरकत डिब्बे - सा खुला’ क्यों कहा गया है ?
उत्तर - ‘मरकत’ का अर्थ है-- पन्ना नामक रत्न । पन्ना हल्के धानी रंग का होता है।खेतों में दूर-दूर तक फैली हरी-भरी फ़सलें रात भर ओस से भींगती हैं। उन पर प्रात: काल जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं तब उन फ़सलों पर टिकी ओस की बूँदें मोतियों की तरह झिलमिला उठती हैं। देख कर ऐसा लगता है जैसे किसी ने खेतों में ‘मरकत’ का डिब्बा खोल कर उलट दिया हो। इसलिए कवि ने गाँव को ‘मरकत डिब्बे - सा खुला’ कहा गया है।

प्रश्न ४ - अरहर और सनई के खेत कवि को कैसे दिखाई देते हैं ?
उत्तर - अरहर और सनई के खेत जो कुछ दिन पहले तक हरे-भरे दिखते थे ; अब हिमान्त में वे सुनहरे दिखने लगे हैं। फ़सल पक कर तैयार हो चुकी है। हवा के हल्के झोंके से भी अरहर और सनई की छिमियाँ झनक उठती हैं। ऐसा जान पड़ता है कि खेत में अचानक घुंघरू बज उठे हों।

प्रश्न ५ - भाव स्पष्ट कीजिए :--
(क) - बालू के साँपों से अंकित
     गंगा  की  सतरंगी  रेती

उत्तर - प्रस्तुत पंक्ति का भाव है कि गंगा की लहरों के थपेड़े से उसके किनारे के बालू एक पर एक चढ़ कर साँप जैसी आकृति धारण कर लिए हैं। उन पर जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो वे रंग- विरंगे दिखाई पड़ते हैं।तात्पर्य यह कि गंगा का तट बहुत सुन्दर और मनोहर लगता है। 

(ख) - हँसमुख हरियाली हिम - आतप
         सुख   से   अलसाए -  से   सोए

उत्तर - प्रस्तुत पंक्ति का भाव है कि चारों ओर छिटकी हरियाली ओस से प्रभावित रहती है। मौसम बड़ा सुहाना होता है। न तो अधिक गर्मी लगती है और न सर्दी ही सताती है अर्थात् समशीतोष्ण वातावरण होता है ; जिससे मन को सुखद अनुभव होता है ।

प्रश्न ६ - निम्न पंक्तियों में कौन - सा अलंकार है ?
       तिनकों  के  हरे   हरे   तन  पर
       हिल हरित रूधिर है रहा झलक

उत्तर - प्रस्तुत पंक्तियों में ‘’ , ‘’ , और  ‘’ वर्ण की बार - बार आवृत्ति के कारण अनुप्रास (वर्णानुप्रास) अलंकार की छटा छिटकी है।

प्रश्न ७ - इस कविता में जिस गाँव का चित्रण हुआ है वह भारत के किस भूभाग पर स्थित है ?

उत्तर - इस कविता में जिस गाँव का चित्रण हुआ है, वह गंगा के किनारे है। गाँव के नाम का ठीक-ठीक पता न होने पर भी इतना तो कहा ही जा सकता है कि वह गाँव भारत के उत्तरी भूभाग पर और गंगा के मैदान में स्थित है।
॥ इति - शुभम् ॥
 विमलेश दत्त दूबे ‘स्वप्नदर्शी’

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